अभी कुछ दिन पहले की ही बात है कि दिल्ली में रहने वाले एक मित्र से बात हो रही थी कि अचानक ही बात चिनार के पेड़ों पर आ गई और उसने बोला - चिनार के पेड़ तो कश्मीर में ही होते हैं और क्या खुबसूरत पेड़ होते है।
मेरे आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहा क्योंकि चिनार तो नैनीताल में भी होते हैं और हम तो रोज़ाना चिनार को देखते ही रहते हैं।
उसे इस बात पर यकीन नहीं था तो कुछ चिनार की तस्वीरें लेकर उसे मेल कर दी। तस्चीरें देख के उसे यकीन हुआ और बोला कि - मुझे लगता था कि चिनार या कश्मीर में होता है या फिर कनाडा में।
खैर जो भी हो उसकी ये बात तो बिल्कुल सही है कि चिनार का पेड़ होता बहुत सुंदर है और हर मौसम के अनुसार उसकी पत्तियों के जो रंग उभरते हैं वो तो किसी को भी रोमांचित कर दें।
पतझड़ के मौसम में सड़कों में बेहिसाब चिनार के पत्तों का बिखरे रहना भी कुछ कम रोमांचित करने वाला नहीं होता है।
चिनार हिमाचल में भी होते हैं और कनाडा का तो राष्ट्रीय वृक्ष भी चिनार ही है। चिनार के पेड़ काफी विशाल होते हैं और बहुत सालों तक टिके रहते हैं। चिनार के पेड़ का औषधीय उपयोग भी किया जाता है। इसकी पत्तियां विशेष रूप से आकर्षित करती हैं। इसका बॉटनिकल नाम Platanus orientalis होता है।
यहां पर नैनीताल के चिनार की कुछ अलग-अलग तस्वीरों को लगा रही हूं।