कुछ समय पहले ही मैं अपनी मेघालय की यात्रा
से वापस लौटी हूं। कुछ दिन मेघालय में बिताने के बाद बहुत कुछ जानने समझने को मिला।
अभी के लिये वहां की कुछ तस्वीरें...
भारत के
उत्तर पूर्व में
स्थित बेहद खूबसूरत राज्य है
मेघालय जिसका अर्थ है ‘मेघों का
घर’।
मेघालय की स्थापना 21 जनवरी 1972 में
हुई
थी।
मेघालय की राजधानी शिलांग है
जो
कि
एक
बड़़ा शहर है।
मेघालय में बहुत सी जगह
दर्शनीय है जिनमें प्रमुख है
चेरापूंजी, दाउकी, मेविलांग हैं। जहाँ एक ओर
चेरापूंजी की मावासामी गुफा कुदरत का अनूठा नजारा पेश
करती हैं तो
वहीं नोखलाई झरना इस खूबसूरती को और
ज्यादा बढ़ाता है।
लिविंग रूट ब्रिज जिसे यहाँ के स्थानीय निवासियों ने
बारिश के दिनों में अपने इस्तेमाल के
लिये बनाया पर
आज
ये
पर्यटन का मुख्य आधार बन
गया
है।
दाउकी पश्चिम जयंतिया हिल्स में
स्थित जिला है
जो
उमगट नदी के
लिये प्रसिद्ध है।
इस
नदी
का
पानी बिल्कुल पारदर्शी है। इसमें नाव से
सैर
करना एक यादगार अनुभव है।
इस
नदी
के
किनारे यहाँ की
जनजीवन भी दिखाई देता है।
मेघालय में मूल
रूप
से
खासी, जयंतिया और
गारो जनजाति के
लोग
रहते हैं। मेघालय सुपारी और
बंास के उत्पादन के लिए
प्रसिद्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों में
आज
भी
ज्यादातर घर बांस के बने
होते हैं जिन्हें जमीन से
थोड़ा ऊपर उठा
कर
बनाया जाता है।
मेघालय में ईसाई धर्म का
प्रभाव बहुत ज्यादा है इसलिये कई चर्च यहाँ दिखाई देते हैं। मेघालय महिला सशक्तीकरण की
मिसाल है।