किसी भी फोटो को देखकर ऐसा नहीं लगता कि यह नैनीताल है। एक में एक होटल आ रहा है। फिर सभी में छतरी लगाये लोग और झील का पानी दिख रहा है। अगर झील के उस तरफ जरा सा भी पहाड दिख जाता तो कोई अन्जान आदमी भी कह देता कि वाह, नैनीताल।
nainitaal ka saudaray sach mei apritam hai... Khoobsurat nazaron se bhare taalon kee to baat hi nirali hai.. bahut achhi man bhati tasveeron kee prasuti ke liye dhnayavaad
ye peeli building hotel INDIA hai kya ?
ReplyDeleteINDIA hotel ke sath mai hi hotel EVERST hai...uski building hai...
ReplyDeletethx...dhundhli si yaad thi...
ReplyDeleteकिसी भी फोटो को देखकर ऐसा नहीं लगता कि यह नैनीताल है।
ReplyDeleteएक में एक होटल आ रहा है। फिर सभी में छतरी लगाये लोग और झील का पानी दिख रहा है। अगर झील के उस तरफ जरा सा भी पहाड दिख जाता तो कोई अन्जान आदमी भी कह देता कि वाह, नैनीताल।
ek to nainitaal.. us par barish bhi... sone pe suhaga!!!
ReplyDeletephotos dekh ke laga hi nahi ki ye cell phone se liye gaye hain.. nice clics
Happy Blogging
nainitaal ka saudaray sach mei apritam hai... Khoobsurat nazaron se bhare taalon kee to baat hi nirali hai..
ReplyDeletebahut achhi man bhati tasveeron kee prasuti ke liye dhnayavaad
बहुत ही उम्दा चित्र. शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
ये तो सावन कि बारिश है इसमें तो मजा ही आयेगा पर मैंने तो एक बार सर्दियों में नैनीताल कि बारिश झेली थी.
ReplyDeleteLife & Times of Nainital ! Marvellous !!
ReplyDelete२६ ता० को नैनीताल मे थे हम . चार छाते खरीदे तब ही बच पाये बारिश से
ReplyDeleteसुन्दर चित्र हैं ...आजकल ये रंग-बिरंगे छाते भी नैनीताल की पहचान बन गए हैं ...थोक में आए हैं बिकने के लिए ...
ReplyDeleteवाह क्या खूबसूरती से नैनीताल की बारिश को कैमरे में कैद किया है,लगता है जैसे बारिश उकर-उकर जाती है.
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