Tuesday, November 3, 2009

कभी कभी ऐसा भी होता है



 







 

 

 



14 comments:

  1. वाह, बिना एक भी शब्द के यह पोस्ट कितना कुछ कह गई.. कहीं इसने गुदगुदाया तो कहीं सिविक सेंस के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया..

    हैपी ब्लॉगिंग

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  2. हूँ, इसे कहते हैं सजग दृष्टि।
    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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  3. kaamyaab post shukriyaa ji


    regards
    arsh

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  4. कानपुर की याद हो आई. वैसे तो ये हर जगह होता है पर फुर्सत में तभी घुमा करते थे. पुणे में भी कभी कभार दिखाई दे जाते हैं ऐसे दृश्य.

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  5. तस्वीरें बोलती है...आपकी पोस्ट भी कुछ इस तरह ही है।

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  6. बोलती हुई तसवीरें

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  7. चित्रों के माध्यम से सभी कुछ तो कह दिया आपने।
    बधाई!

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  8. kuchh kahe bin hi sab kuchh kah diya

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  9. बहुत खूब क्या निगाह है!!

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  10. Chitthajagat par Nainital Label click kiya to aapke blog par chala aaya.Apke blog ne mujhe Nainital ghuma dia .Nainital par sabhi post dekhi.Bahut achha laga.Thanx!

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  11. इसे कहते है शब्द नही चित्र । बढिया कलेक्शन है जारी रखे ।

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  12. इसे कहते है कैमरे के बोल !

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