आज मैं एक मित्र के अनुरोध पर अपने गांव की कुछ तस्वीरें लगा रही हूं। मेरा गांव नैनीताल से 22 किमी. दूर भीमताल के पास पड़ता है।
मेरे गांव को जाने वाली सड़क
मेरे गांव के रास्ते में पड़ने वाले छोटे-छोटे गांव
मेरे गांव के रास्ते में पड़ने वाले छोटे-छोटे गांव
ये है मेरा गांव
मेरे घर से रात को 11.30 पर चांद का नज़ारा
मेरे घर के सामने का नज़ारा
मेरे घर में बनाया बार्न स्वैलो चिड़िया का घर
ये चिड़िया मिट्टी को पानी में गीला करके अपना घर बनाती है। इसे स्थानीय भाषा में गोंतियाली कहते हैं।
बार्न स्वैलो
मानसून में मेरे गांव का नज़ारा
खूबसूरत तस्वीरों के माध्यम से एक बेहतर प्रस्तुति।
ReplyDeleteसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
बहुत सुन्दर और प्यारा गाँव है आपका ...तसवीरें देखकर ही वहाँ जाने का मन हो आया
ReplyDeleteमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
गाँवो की फोटो बहुत बढ़िया लगी. आनंद आ गया भाई तस्वीर देखकर .बधाई
ReplyDeleteBeautiful photographs.
ReplyDeleteattractive!
ReplyDeleteclay-nest!!!
बड़ा खूबसूरत और आलौकिक नजारा है आपके गांव का!
ReplyDeleteविनीता जी, बहुत सुंदर है आपका गांव। चारों ओर हरियाली का अनंत विस्तार मन मोह लेता है।
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत है,जैसा गाँव होना चाहिए-शांत नीरवता लिए हुए.फिर पहाड़ी गाँव तो मनमोहक होते भी हैं.मेरी एक मित्र भी भीमताल के पास ही ,यहीं-कहीं की रहने वाली थी ,१९९८ के बाद ,आज-कल कहाँ हैं पता नहीं .आपके भीमताल के पास गाँव के चित्र नें बहुत सारी भूली-बिसरी यादों की सुधि दिला दी .
ReplyDeleteफोटो देखकर गाँव आने को जी ललचाने लगा।
ReplyDeleteबहुत विहंगम दृश्य हैं
ReplyDelete---
विज्ञान । HASH OUT SCIENCE
गांव को जाने वाली सडक भी दिखी, रास्ते में पडने वाले गांव भी और आपका गांव भी एक हद तक दिख ही गया। पर घर न दिखा जबकि घर से चांदनी रात का नजारा भी दिखा और घर के सामने के घर भी दिखे। कैसे आएंगे आने वाले।
ReplyDeleteभई विनीता जी..हमारा ओब्जेक्शन मीलार्ड ..नोट किया जाए..हमें यदि पता होता की इत्ता खूबसूरत है आपका गाँव तो हमें क्या फितूर आता जो हम यहाँ वहाँ भात्काकते..आप अकेली चली गयी..गलत बात है ...वैसे सच कहूँ तो ठीक ही किया..बता देती तो पता नहीं ..कित्ते लटक लेते..और बस हो जाता एक ब्लॉगर सम्मलेन..हा ..हा..हा..
ReplyDeleteसच कहूँ तो स्वर्ग है आपका गाँव..भाग्यशाली हैं आप..
lovely countryside ! very picturesque ! thanks to that friend who inspired u to post these pictures.
ReplyDeleteबहुत सुंदर लगी यह तस्वीरें, वेसे आज से २२ साल पहले हम नेनीताल ओर फ़िर भीम ताल ,राम गढ यनि इस इलाके का पुरा चक्कर लगा कर आये थे,
ReplyDeleteधन्यवाद
nice picture
ReplyDeleteमैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-शिवभक्ति और आस्था का प्रवाह है कांवड़ यात्रा-समय हो तो पढ़ें और कमेंट भी दें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
behad khubsurat tasverien
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत है आपका गाव तो
ReplyDeletePhoto dekhe ke to lag raha hai ki apke gaav jana hi hoga kuki itna sunder gaav jo hai apka.
ReplyDeleteसुन्दर तस्वीरें!!
ReplyDeleteस्वर्ग यदि कहीं है जमीन पर तो शायद यहीं है ।
ReplyDeleteकोलाहल से कोसों दूर एक सुरम्य वादी में न सिर्फ आपका गाँव मौजूद है , आपका ये ब्लॉग भी शेष ब्लोगिस्तान पे छाई चिख़-चिख़ -झिक-झिक से परे है ....परम शान्ति ,हरी ओउम तत्-सत् ...महानिर्वाण !
ReplyDeleteबस मंत्रमुग्ध हो गये आपके गांव के नजारे देखकर. जिसने भी आपसे फ़रमाईश की उस शख्स को लाखों को धन्यवाद.
ReplyDeleteरामराम.
ऐसे गांव मे तो बस जाने का दिल करता है।
ReplyDeleteहुह ये कोई गांव है...न इसमें गंदी नालियां है ...न ही फैक्टरी का धुंआ दिखाई देता है न बदबूदार कचरे के ढेर ...गांव तो मेरा है जहां ये सब है....
ReplyDeleteअत्यंत सुन्दर....... आप धरती पर रहने वाले चुनिन्दा भाग्यशाली लोगों में से हैं जिन्होंने ऐसी स्वर्ग के समान सुन्दर धरा (अगर स्वर्ग ऐसा ही होता है तो) पर जन्म लिया. हो सके तो कुछ और तसवीरें लगायें..........मन अभी भरा नहीं..
ReplyDeleteVakai bahut hi sundar hai aapka gaaon. Tasviron ne bhi man moh liya.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर
ReplyDeleteBahut sunder gaav aur us se bhi zyada sundar nazare.
ReplyDeleteसही में बहुत खूबसूरत है आपका गाँव, और उस तक पहुँचने तक का रास्ता भी .....
ReplyDeleteहम भी आना चाहते हैं आपके सुन्दर गाँव
पहाड़ी गांव में घूमने की बहुत पुरानी हसरत है। मेरे एक मित्र का ननिहाल है रानीखेत के पास। चाहकर भी वहां जाने का कार्यक्रम नहीं बन पाता। आपके गांव की इन सुंदर तस्वीरों ने इस हसरत को औऱ बढ़ा दिया है.. आभार
ReplyDeleteआपके गाँव को जानेवाला रास्ता तो बड़ा कठिन है बाकी तो अति सुन्दरम है !
ReplyDeleteशांत, सुंदर, मोहक, प्रकृति
ReplyDeleteखुशनसीब हैं आप जो इतनी सुंदर जगह रहती हैं।
ReplyDeleteबेहद सुंदर गांव और आकर्षक तस्वीरें . प्रकृति पर आदमी का ’एन्क्रोचमेंट’ बहुत कम है . प्रकृति की छाया में रहना कितना सुखद है .
ReplyDeleteबहुत सुन्दर है यह तो .यहाँ से वापस कौन आना चाहेगा :)
ReplyDeleteखूबसूरत!!
ReplyDeleteBahut shaandar hai aapka gaaun.
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
ये चाँद मुआ भी आपके ही गाँव का है ?
ReplyDeleteपढ़ा ,तस्वीरें देखीं ,अच्छा लगा
ReplyDeleteसचमुच बहुत सुन्दर गांव है.
ReplyDeletekhubsuraj hai ganv ka najara
ReplyDeleteआप मेरे ब्लोग पर नजर इनायत करे
image photography:आज बादलो ने मचाया शोर .
achchha parytn kiya hai aap ne !unlogon ke dimag se yh nikal gaya ki gaon bilkul bekar hote hain ? sadhuwad meri taraf se
ReplyDeletenice picture vineeta ji........
ReplyDeleteविनीता अब तो मेरा मन उतावला हो गया है तुम्हारे गाँव आने के लिये तो बताओ कब आऊँ बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं बधाई
ReplyDeleteवाह ये चिड़िया इस तरह घोसला बनाती है ये आज ही पता चला। आप के गाँव की तरफ के अधिकतर घर पक्के हैं ये देखकर खुशी हुई।
ReplyDeleteपहाड़ की याद ताजा हो गयी.
ReplyDeleteविनीता जी,
ReplyDeleteकुछ दिन पहले आपने मेरी भीमताल वाली पोस्ट पढ़कर कहा था कि अपने शहर की तस्वीरें देखकर अच्छा लगा. फिर मैंने सोचा कि आपका शहर तो नैनीताल है, फिर आप भीमताल को क्यों अपना शहर बता रही हैं.
अब समझ में आया कि आपने भीमताल को अपना शहर क्यों बताया था. उस बडबोलेपन के लिए माफ़ी मांगता हूँ.
वैसे आपने इस गाँव का नाम क्या है? हमारा क्या है. घूमते फिरते रहते हैं. चले जायेंगे किसी दिन.