आज मैं एक मित्र के अनुरोध पर अपने गांव की कुछ तस्वीरें लगा रही हूं। मेरा गांव नैनीताल से 22 किमी. दूर भीमताल के पास पड़ता है।
मेरे गांव को जाने वाली सड़क
मेरे गांव के रास्ते में पड़ने वाले छोटे-छोटे गांव
मेरे गांव के रास्ते में पड़ने वाले छोटे-छोटे गांव
ये है मेरा गांव
मेरे घर से रात को 11.30 पर चांद का नज़ारा
मेरे घर के सामने का नज़ारा
मेरे घर में बनाया बार्न स्वैलो चिड़िया का घर
ये चिड़िया मिट्टी को पानी में गीला करके अपना घर बनाती है। इसे स्थानीय भाषा में गोंतियाली कहते हैं।
बार्न स्वैलो
मानसून में मेरे गांव का नज़ारा
47 comments:
खूबसूरत तस्वीरों के माध्यम से एक बेहतर प्रस्तुति।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
बहुत सुन्दर और प्यारा गाँव है आपका ...तसवीरें देखकर ही वहाँ जाने का मन हो आया
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
गाँवो की फोटो बहुत बढ़िया लगी. आनंद आ गया भाई तस्वीर देखकर .बधाई
Beautiful photographs.
attractive!
clay-nest!!!
बड़ा खूबसूरत और आलौकिक नजारा है आपके गांव का!
विनीता जी, बहुत सुंदर है आपका गांव। चारों ओर हरियाली का अनंत विस्तार मन मोह लेता है।
बहुत खूबसूरत है,जैसा गाँव होना चाहिए-शांत नीरवता लिए हुए.फिर पहाड़ी गाँव तो मनमोहक होते भी हैं.मेरी एक मित्र भी भीमताल के पास ही ,यहीं-कहीं की रहने वाली थी ,१९९८ के बाद ,आज-कल कहाँ हैं पता नहीं .आपके भीमताल के पास गाँव के चित्र नें बहुत सारी भूली-बिसरी यादों की सुधि दिला दी .
फोटो देखकर गाँव आने को जी ललचाने लगा।
बहुत विहंगम दृश्य हैं
---
विज्ञान । HASH OUT SCIENCE
गांव को जाने वाली सडक भी दिखी, रास्ते में पडने वाले गांव भी और आपका गांव भी एक हद तक दिख ही गया। पर घर न दिखा जबकि घर से चांदनी रात का नजारा भी दिखा और घर के सामने के घर भी दिखे। कैसे आएंगे आने वाले।
भई विनीता जी..हमारा ओब्जेक्शन मीलार्ड ..नोट किया जाए..हमें यदि पता होता की इत्ता खूबसूरत है आपका गाँव तो हमें क्या फितूर आता जो हम यहाँ वहाँ भात्काकते..आप अकेली चली गयी..गलत बात है ...वैसे सच कहूँ तो ठीक ही किया..बता देती तो पता नहीं ..कित्ते लटक लेते..और बस हो जाता एक ब्लॉगर सम्मलेन..हा ..हा..हा..
सच कहूँ तो स्वर्ग है आपका गाँव..भाग्यशाली हैं आप..
lovely countryside ! very picturesque ! thanks to that friend who inspired u to post these pictures.
बहुत सुंदर लगी यह तस्वीरें, वेसे आज से २२ साल पहले हम नेनीताल ओर फ़िर भीम ताल ,राम गढ यनि इस इलाके का पुरा चक्कर लगा कर आये थे,
धन्यवाद
nice picture
मैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-शिवभक्ति और आस्था का प्रवाह है कांवड़ यात्रा-समय हो तो पढ़ें और कमेंट भी दें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
behad khubsurat tasverien
बहुत खूबसूरत है आपका गाव तो
Photo dekhe ke to lag raha hai ki apke gaav jana hi hoga kuki itna sunder gaav jo hai apka.
सुन्दर तस्वीरें!!
स्वर्ग यदि कहीं है जमीन पर तो शायद यहीं है ।
कोलाहल से कोसों दूर एक सुरम्य वादी में न सिर्फ आपका गाँव मौजूद है , आपका ये ब्लॉग भी शेष ब्लोगिस्तान पे छाई चिख़-चिख़ -झिक-झिक से परे है ....परम शान्ति ,हरी ओउम तत्-सत् ...महानिर्वाण !
बस मंत्रमुग्ध हो गये आपके गांव के नजारे देखकर. जिसने भी आपसे फ़रमाईश की उस शख्स को लाखों को धन्यवाद.
रामराम.
ऐसे गांव मे तो बस जाने का दिल करता है।
हुह ये कोई गांव है...न इसमें गंदी नालियां है ...न ही फैक्टरी का धुंआ दिखाई देता है न बदबूदार कचरे के ढेर ...गांव तो मेरा है जहां ये सब है....
अत्यंत सुन्दर....... आप धरती पर रहने वाले चुनिन्दा भाग्यशाली लोगों में से हैं जिन्होंने ऐसी स्वर्ग के समान सुन्दर धरा (अगर स्वर्ग ऐसा ही होता है तो) पर जन्म लिया. हो सके तो कुछ और तसवीरें लगायें..........मन अभी भरा नहीं..
Vakai bahut hi sundar hai aapka gaaon. Tasviron ne bhi man moh liya.
बहुत ही सुन्दर
Bahut sunder gaav aur us se bhi zyada sundar nazare.
सही में बहुत खूबसूरत है आपका गाँव, और उस तक पहुँचने तक का रास्ता भी .....
हम भी आना चाहते हैं आपके सुन्दर गाँव
पहाड़ी गांव में घूमने की बहुत पुरानी हसरत है। मेरे एक मित्र का ननिहाल है रानीखेत के पास। चाहकर भी वहां जाने का कार्यक्रम नहीं बन पाता। आपके गांव की इन सुंदर तस्वीरों ने इस हसरत को औऱ बढ़ा दिया है.. आभार
आपके गाँव को जानेवाला रास्ता तो बड़ा कठिन है बाकी तो अति सुन्दरम है !
शांत, सुंदर, मोहक, प्रकृति
खुशनसीब हैं आप जो इतनी सुंदर जगह रहती हैं।
बेहद सुंदर गांव और आकर्षक तस्वीरें . प्रकृति पर आदमी का ’एन्क्रोचमेंट’ बहुत कम है . प्रकृति की छाया में रहना कितना सुखद है .
बहुत सुन्दर है यह तो .यहाँ से वापस कौन आना चाहेगा :)
खूबसूरत!!
Bahut shaandar hai aapka gaaun.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
ये चाँद मुआ भी आपके ही गाँव का है ?
पढ़ा ,तस्वीरें देखीं ,अच्छा लगा
सचमुच बहुत सुन्दर गांव है.
khubsuraj hai ganv ka najara
आप मेरे ब्लोग पर नजर इनायत करे
image photography:आज बादलो ने मचाया शोर .
achchha parytn kiya hai aap ne !unlogon ke dimag se yh nikal gaya ki gaon bilkul bekar hote hain ? sadhuwad meri taraf se
nice picture vineeta ji........
विनीता अब तो मेरा मन उतावला हो गया है तुम्हारे गाँव आने के लिये तो बताओ कब आऊँ बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं बधाई
वाह ये चिड़िया इस तरह घोसला बनाती है ये आज ही पता चला। आप के गाँव की तरफ के अधिकतर घर पक्के हैं ये देखकर खुशी हुई।
पहाड़ की याद ताजा हो गयी.
विनीता जी,
कुछ दिन पहले आपने मेरी भीमताल वाली पोस्ट पढ़कर कहा था कि अपने शहर की तस्वीरें देखकर अच्छा लगा. फिर मैंने सोचा कि आपका शहर तो नैनीताल है, फिर आप भीमताल को क्यों अपना शहर बता रही हैं.
अब समझ में आया कि आपने भीमताल को अपना शहर क्यों बताया था. उस बडबोलेपन के लिए माफ़ी मांगता हूँ.
वैसे आपने इस गाँव का नाम क्या है? हमारा क्या है. घूमते फिरते रहते हैं. चले जायेंगे किसी दिन.
Post a Comment