तस्वीरों के माध्यम से बाल-दिवस और बच्चों का अच्छा चित्रण किया आपने. बच्चों की भूलती जा रही मासूम भावनाओं और बचपन की कुछ यादों को बांटने का मेरे ब्लॉग पर छोटे से प्रयास में आपका भी स्वागत.
बाल दिवस की याद उन्हें ही रहती है, जिनके सरोकार सीधे सीधे बच्चों से जुडे होते हैं। आप बच्चों के सरोकारों से जुडी हुई हैं, यह देखकर अतीव प्रसन्नता हुई।
Bohot sahee kaha aapne...bohotse bachhe baldiwas kyon manaya jaata hai, ya aisa koyi din hotaabhee hai, yahee nahee jante ! Aur maine yebhee dekha, ki, jin paathshalaaon me ise manaya jaata hai, wahanke bachhebhee nahee jante ki, 14 Nov. Pandit Nehru ka janm diwas hota hai...!
ReplyDeleteबहुत बढिया.
ReplyDeleteबाल दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
Bahut badhiya photo coloction lagaya hai tumne bachho ka
ReplyDeleteतस्वीरों के माध्यम से बाल-दिवस और बच्चों का अच्छा चित्रण किया आपने.
ReplyDeleteबच्चों की भूलती जा रही मासूम भावनाओं और बचपन की कुछ यादों को बांटने का मेरे ब्लॉग पर छोटे से प्रयास में आपका भी स्वागत.
Bahut sunder Picturs hai heading bhi achhi lagayi hai
ReplyDeleteबाल-दिवस की बखिया उधेड़ता ये चित्रपूर्ण आलेख बड़ा अच्छा लगा....इसी तरह करते रहिये...आगे बढ़ते रहिये.....
ReplyDeleteअत्यन्त सुंदर चित्रोंयुक्त सारगर्भित पोस्ट ! शुभकामनाएं !
ReplyDeleteबाल दिवस की याद उन्हें ही रहती है, जिनके सरोकार सीधे सीधे बच्चों से जुडे होते हैं। आप बच्चों के सरोकारों से जुडी हुई हैं, यह देखकर अतीव प्रसन्नता हुई।
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