Tuesday, September 22, 2009

नैनीताल के आस-पास पाये जाने वाले परिंदों की तस्वीरें

अपने आस-पास ही अगर देखें तो बहुत से ऐसे पक्षी हैं जिन्हें हम रोजाना देखते हैं। चाहे वह घरेलू चिड़िया गौरेया, कौवा, कबूतर या फिर सिटोला (जंगली मैना) और बुलबुल ही क्यों न हो। यह पक्षी अपने अंदर एक अद्भुद दुनियाँ लिये होते हैं।

पक्षी अपने लिये अलग-अलग तरह के कलात्मक घोंसले बनाते हैं। जैसे वीवर बर्ड बहुत ही सुन्दरता के साथ घास को बुन कर घोंसला बनाती है तो वॉटर रैड स्टार्ट काई और मॉस से कीप के आकार का घोंसला तैयार करती है। मैगपाई लकड़ी के टुकड़ों से अपना घोंसला पेड़ों के ऊपर बनाती है तो ग्रे हुडेड बुश वैब्लर घास को मोड़ कर बहुत ही आकर्षक घोंसला बनाती हैं और बार्न स्वैलो अपने बीट और गीली मिट्टी को मिला कर बहुत कलात्मक घोंसला तैयार करती है।

अभी तक संसार में 8,600 पक्षियों की जातियों का पता चला है। यदि इन जातियों को उपजातियों में विभाजित किया जाय तो संख्या लगभग 30 हजार तक पहुँच जायेगी। जिसमें अकेले हिन्दुस्तान में ही लगभग 1500 जातियां मिलती हैं। हिन्दुस्तान में प्रत्येक स्थान पर अगल-अलग तरह का मौसम और भौगोलिक परिस्थितियाँ होने के कारण इतने पक्षी मिल जाते हैं। अगर बात की जाये हिमालय की तो इसे पक्षियों की जन्नत कहना ही ठीक होगा क्योंकि भारत में सबसे ज्यादा पक्षी हिमालय में मिलते हैं। इसीलिये किसी भी बर्ड वॉचर का सपना होता है हिमालयन इलाकों में आकर पक्षियों को देखना।

(मेरा यह आलेख पहले एक पत्रिका में प्रकाशित हो चुका है। यहां पर मैं इस आलेख के कुछ अंश ही लगा रही हूं।)

नैनीताल के आस-पास में ही काफी परिंदे दिख जाते हैं। उनमें से ही कुछ परिंदों की तस्वीरें यहां दे रही हूं। मोनाल सिर्फ उच्च हिमालयी स्थानों में ही पाया जाता है पर यह उत्तराखंड का राज्य पक्षी है और बेहद खुबसूरत परिंदा है इसलिये इसकी तस्वीर यहां दे रही हूं।


मोनाल 
यह उत्तराखंड का राज्य पक्षी भी है





व्हाइट कैप्ड वॉटर रैड स्टार्ट 
  यह पानी के नजदीक ही मिलती है




ग्रेट बारबेट 
यह जंगलों में पायी जाती है।




व्हाइट ब्रेस्टेड किंगफिशर
यह भी पानी के नजदीक के स्थानों में पाया जाता है




लिटल हीरॉन
यह भी पानी के नजदीक मिलता है



जंगल फाउल
यह जंगलों में मिलती है




ब्लू व्हसलिंग थ्रश
इसकी आवाज सीटी की जैसी होती है इसलिये इसे िव्हसलिंग थ्रस कहा जाता



ब्लैक हैडेड जे
यह घने जंगलों में मिलती है




एशियन बार्ड ऑउल
यह भी जंगलों में आसानी से देखा जा सकता है




लांग टेल्ड मिनिविट
यह छोटे आकार की बेहद कलरफुल चिड़िया है




र्पपल सनबर्ड
यह चमकदार रंगों वाली चिड़िया होती है जो फूलों से पराग को चूसती है। इसकी भी अन्य प्राजतियां होती हैं




रैड बिल्ड मैगपाई
इसकी लाल बीक के कारण इसे रैड बिल्ड मैगपाई बोला जाता है। इसकी एक प्रजाति और होती है जिसमें बीक का रंग पीला होता है।




ब्लैक बुलबुल
 काले रंग के कारण इसे ब्लैक बुलबुल कहा जाता है।




हिमालयन बुलबुल
यह पहाड़ी स्थानों में पायी जाने वाली बुलबुल है।



23 comments:

Ashish Khandelwal said...

बहुत खूब.. मनोहारी तस्वीरें.. वाकई हिमालय को पक्षियों की जन्नत कहा जाना सर्वथा उचित है.. हैपी ब्लॉगिंग

Arshia Ali said...

आपकी इस श्रृंखला के बहाने नैनीताल का एन्साइक्लोपीडिया तैयार हो रहा है। बधाई।
( Treasurer-S. T. )

Udan Tashtari said...

कितना सुन्दर संसार है पक्षियों का...आनन्द आ गया तस्वीरें देख कर. आभार आपका.

निर्मला कपिला said...

अरे वाह बेटा क्या बात है बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं और तुम लिखती तो सुन्दर हो ही। खुशी होती है मेरी बेटी बहुत कमाल है बधाई और आशीर्वाद्

Mishra Pankaj said...

सुन्दर चित्रों का यह लेख बेहद पसंद आया

प्रेमलता पांडे said...

ओह! इतने सुंदर पंछी!!! आप तो स्वर्ग के दर्शन करा रही हैं। बार-बार देखना होगा!

विजय गौड़ said...

अर्शिया जी की बात पर ध्यान दिया जाए। और सचेत होकर काम करती रहो विनीता।

Unknown said...

aap to bas kamal hi karti ho jub bhi karti ho. itne sunder panchhi dikha diye apne. aur bhi picturs ho to unhe bhi kabhi lagaiyega.

Manish Kumar said...

sundar chitra ! In pakshiyon ke bare mein chitra ke sath kuch aur jaankari hoti to aur anand aata !

दर्पण साह said...

mera grah nagar....

aur monal.....

Love you Nainital !!
Love you Uttrakhand !!

Missing you here in Delhi....

awesome post with awesome snaps....

..thanks for sharing !!

ताऊ रामपुरिया said...

इन तस्वीरों को देख मंत्र मुग्ध से हो गये हैं. वाकई सुंदरतम. बहुत शुभकामनाएं.

रामराम.

Kamlesh Sharma said...

bahut sundar photo hai...

मुनीश ( munish ) said...

all pics are lovely indeed. very thoughtful of u to have posted so many beauties here.

Sudhir (सुधीर) said...

अत्यंत आकर्षक छायाचित्र.....साधू !!!

Arvind Mishra said...

manohari ,adbhut !

नीरज गोस्वामी said...

मासूम परिंदे देख कर दिल बाग बाग हो गया...वाह...बहुत बहुत शुक्रिया आपका..
नीरज

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

बहुत बढ़िया. इन पक्षियों के बारे में पूरी वैज्ञानिक जानकारी दे सकें तो और बढिया लगेगा.

Unknown said...

bahut achhi jankari di hai apne

Anonymous said...

रोचक जानकारी।
वैज्ञानिक दृ‍ष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।

ताऊ रामपुरिया said...

इष्ट मित्रों एवम कुटुंब जनों सहित आपको दशहरे की घणी रामराम.

Harshvardhan said...

apne uttarakhand ke baare me yah sab padkar khushi milti hai....
bahut achcha likha hai vineeta ji aapne...
happy dashhara .....

P.N. Subramanian said...

मोनाल और जंगल फाउल बड़े सुन्दर लगे. ये सभी पक्षी .हर जगह नहीं पाए जाते. मनमोहक पोस्ट के लिए आभार.

रावेंद्रकुमार रवि said...

नयनाभिराम!
--
मनभावन!
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अविस्मरणीय!
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मनहरन!
--
आकर्षक!
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मनजीत!
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मनरंजक!
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अतिसुंदर!
--
दिलचस्प!